वह राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोक गीतों के साथ-साथ भक्ति गीतों में मंच प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध हैं।

1

रिंकी का जन्म देवलाल देवांगन और कुमारी बाई देवांगन से हुआ उनका पैतृक गांव गुंडरदेही के पास सकरौद है l

2

उनका विवाह ग्राम अरकार, गुरुर, जिला-दुर्ग (छत्तीसगढ़) के योगेश देवांगन, पिता-ईश्वर देवांगन से हुआ है।

3

योगेश इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं और बिजनेस करते हैं। वह एक लोक गायक हैं, संगीत के क्षेत्र में काम करते हैं और गुंडरदेही की टीम "संगी के माया" से जुड़े हैं।

4

रिंकी ने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) से संगीत शिक्षा में स्नातक और स्नातकोत्तर किया है।

5

रिंकी देवांगन ने 10 साल की उम्र से ही रिकॉर्डिंग डांस से लेकर गायन का सफर शुरू कर दिया था।

6

2006-2007 में, वह लोक रंग अर्जुन्दा (छत्तीसगढ़ी लोक सांस्कृतिक संस्था) से जुड़ीं।

7

2009-2010 में, वह चिन्हारी (छत्तीसगढ़ी लोक सांस्कृतिक संस्था) से जुड़ीं, जिसे दुष्यंत हरमुख ने शुरू किया था।

8

2017 में शुरू हुए रंग झरोखा (छत्तीसगढ़ी लोक सांस्कृतिक संस्थान) से जुड़ना उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण मोड़ था क्योंकि उन्हें गायिका के रूप में पहचान मिली।

9

उनके लोकप्रिय गीतों में तोला भरोसा मोर, टिक धिन्ना मांदर, गौरा गौरी गीत शामिल हैं।

10